गुरुवार, 24 दिसंबर 2009

अनुराधा जी रही है 

अनुराधा जी रही है
वह नहीं मानती अपने पोलियोग्रस्त पैर को अपनी राह की रुकावट
वह नहीं मानती पिता की ग़रीबी को अपने लिए कोई बाधा
वह नहीं मानती अपने लड़की होने को कोई मुसीबत
उसने इसी सब के बीच जीते हुए एम फिल कर लिया है
और अब पी-एच डी कर रही है
अनुराधा जीवन रच रही है

3 टिप्‍पणियां:

  1. अनुराधा के हौसलों को सलाम ...और उसके सुखी जीवन की बहुत शुभकामनायें ...!!

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  2. सच में वे बधाई की पात्र है..उन्हें मेरी शुभकामनायें...

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  3. साधुवाद अनुराधा को शुभकामनाओं के साथ..कईयों की प्रेरणा बनेगी वह!!

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